हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन से सड़कें बंद, जनजीवन अस्त-व्यस्त
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बुधवार रात 10:15 बजे बादल फटने से नदियाँ उफान पर आ गई। बारिश के चलते नोगली खड्ड का जलस्तर तेजी से बढ़ाने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। पिछले दो दिनों प्रदेश में बारिश जमकर कहर बरपा रही है। वहां भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
वहीं किन्नौर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है और यात्रा मार्ग पर फंसे 413 श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला रहा है। जानकारी के मुताबिक, बारिश की वजह से तंगलिप्पी और कंगरांग में दो अस्थायी पुल बह गए।
इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर राहत कार्यों के वीडियो शेयर किया, जिसमें श्रद्धालुओं को ज़िपलाइन के सहारे नालों को पार करते हुए देखा गया। जिला प्रशासन ने फंसे हुए श्रद्धालुओं की सूचना मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
आपदा प्रबंधन के अनुसार, शिमला में कुल 20 से ज्यादा सड़क मार्ग प्रभावित हुए है। जबकि पूरे राज्य में 600 से ज्यादा सड़कें बंद है। कई स्थानों पर भूस्खलन से सड़कें बंद हो गई। प्रशासन सड़कों से मलबा हटाने का काम कर रही है।