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Modi Ghana Visit: एक और मकसत से घाना पहुंचे पीएम मोदी,जानिए क्या है अगला प्लान

Modi Ghana Visit: एक और मकसत से घाना पहुंचे पीएम मोदी,जानिए क्या है अगला प्लान

Modi Ghana Visit: एक और मकसत से घाना पहुंचे पीएम मोदी,जानिए क्या है अगला प्लान

आपको बता दे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितना भी ब्यस्त हो लेकिन देश विदेश दौरे पर वो हमेशा निकलते रहते है, आपको बता दे अभी मोदी जी बुधवार को दो दिन की यात्रा पर घाना पहुंचे, घाना में पीएम मोदी का जोरदार ढंग से स्वागत किया गया. अकरा एयरपोर्ट पर उतरते ही उनका स्वागत किया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई. घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने प्रधानमंत्री मोदी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया. पीएम मोदी ने कहा कि घाना में जिस आत्मीयतासे स्वागत हुआ है उसके लिए मैं हार्दिक आभारी हूं.

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में हम "Security through solidarity" के सिद्धांत पर काम करेंगे. उन्होंने घाना के साथ सशस्त्र बलों की ट्रेनिंग, समुद्री सुरक्षा, डिफेंस सप्लाई और साइबर सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने का ऐलान किया.

मोदी जी ने राष्ट्रपति महामा, घाना सरकार और वहां की जनता का दिल से आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह सम्मान मैं 1.4 अरब भारतीयों की ओर से विनम्रता से स्वीकार करता हूं. यह सम्मान भारत-घाना के ऐतिहासिक संबंधों, हमारे युवाओं की आकांक्षाओं, उनके उज्ज्वल भविष्य और भारत की सांस्कृतिक विविधता व परंपराओं को समर्पित है.

घाना में करीब 15,000 भारतीय रहते हैं, जिनमें से लगभग 3,000 ने घाना की नागरिकता प्राप्त कर ली है. कुछ भारतीय परिवार पिछले 70 सालों से भी अधिक समय से वहां रह रहे हैं. इनमें अधिकांश गुजराती और सिंधी समुदाय से हैं. घाना की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भारतीयों की व्यापारिक गतिविधियों का अहम योगदान रहा है, जिसे वहां खूब सराहा जाता है. घाना में रहने वाले एनआरआई मुख्य रूप से भारतीय या विदेशी कंपनियों में कार्यरत हैं. ये लोग खासकर आईटी, मार्केटिंग, फाइनेंस और अकाउंट जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

भारत और घाना के रिश्ते हमेशा से दोस्ताना और मजबूत रहे हैं. दोनों देशों के संबंध आपसी समझ और समान सोच पर आधारित हैं. भारत ने 1953 में अक्रा में अपना प्रतिनिधि कार्यालय खोला था, जो घाना की आजादी से पहले की बात है. 1957 में घाना की स्वतंत्रता के साथ ही दोनों देशों ने राजनयिक संबंध शुरू कर दिए.

AUTHOR :KRISHNA SINGH

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