दिल्ली ब्लास्ट: दो साल से इकठ्ठा कर रहे थे विस्फोटक, डॉ. शाहीन का हैरान करने वाला खुलासा
राजधानी दिल्ली के लाल किला के पास 10 नवंबर को हुए कार विस्फोट मामले में हैरान कर देने वाले खुलासे हो रहे है। फरीदाबाद से गिरफ्तार जैश-ए-मोहम्मद की लेडी कमांडर डॉ. शाहीन शाहिद ने कबूल किया है कि वह अपने साथी आतंकी डॉक्टरों के साथ मिलकर देश भर में हमलों की साजिश रच रही थी।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की हिरासत में शाहीन ने कबूल किया कि वह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के लिए काम कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह अन्य साथी सदस्य के साथ मिलकर पिछले दो सालों से विस्फोटक सामग्री इकट्ठा कर रही थी, ताकि देश में में बड़े धमाके किए जा सकें।
असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुकी है डॉ. शाहीन
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, डॉ. शाहीन शाहिद, जो कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) की पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुकी हैं। लेकिन साल 2013 में उन्होंने बिना कोई नोटिस दिए नौकरी छोड़ दी। साल 2021 में GSVM मेडिकल कॉलेज ने अनुपस्थिति की वजह से उसकी सेवा समाप्त कर दी गई। इसके बाद वह फरीदाबाद चली गईं। जहां उनकी मुलाकात डॉ. मुजम्मिल से हुई। फरीदाबाद से डॉ. शाहीन ने अल-फलह यूनिवर्सिटी से जुडी और फिर देश में हमले करने के लिए विस्फोटक सामग्री इकट्ठा करने लगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शाहीन की गिरफ्तारी 9 नवंबर को फरीदाबाद से हुई, जब उसकी कार से एक AK-47 राइफल बरामद हुई। वह गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल की मुख्य सहयोगी थी। बता दे, दोनों की मुलाकात अल-फलह यूनिवर्सिटी में हुई थी। वहीं ATS ने जाँच में पाया कि शाहीन के डिजिटल रिकॉर्ड्स में कुछ संदिग्ध ईमेल्स और विदेशी संपर्कों के सबूत मिले हैं। मतलब वह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सम्पर्क में थी। दूसरी तरफ शाहीन ने यह भी कबूल किया कि दिल्ली के लाल किले के पास कार बम धमाका इसी मॉड्यूल का हिस्सा था, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई थी।