अमित शाह ने 'घुसपैठियों का मुद्दा' उठाया तो विपक्ष कर गया वॉकआउट
संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन जहां लोकसभा में चुनाव सुधारों और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त चर्चा हुई। विपक्ष के कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह को वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ियों और RSS पर सभी संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप लगाया।
अमित शाह ने कहा, 'विपक्ष के नेता महोदय कहते हैं कि पहले मेरी बात का जवाब दीजिए। मैं सुनाना चाहता हूं कि आपके हिसाब से संसद नहीं चलेगी? मेरे बोलने का क्रम मैं तय करूंगा, इस तरीके से संसद नहीं चलेगी।' उन्होंने आगे कहा कि वे मौजूदा वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों पर बात कर रहे हैं। SIR का मकसद वोटर लिस्ट को अपडेट करना और यह पक्का करना है कि केवल योग्य वोटर ही लिस्ट का हिस्सा हों।
गृहमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने खुद चुनावी कानून और मशीनों को लागू किया, 20 साल तक चुनाव जीते, लेकिन अब जब हार मिली है तो वे शिकायत और रोने-धोने लगे हैं। शाह के भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य सदन से वॉकआउट करने लगे।
शाह ने आगे कहा, "वे 200 बार बॉयकॉट करें लेकिन हम इस देश में एक भी घुसपैठिए को वोट नहीं देने दिया जाएगा... मैं घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने के बारे में बोल रहा था। मैंने जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, उनके (राहुल गांधी के) पिता, सोनिया जी पर कई आरोप लगाए, अगर वे उस समय वॉकआउट कर देते, तो यह सही होता। जैसे ही घुसपैठियों का मुद्दा उठाया वॉकआउट कर गए। हमारी पॉलिसी है 'पता लगाओ, हटाओ और देश निकाला दो'। उनकी पॉलिसी है 'घुसपैठ को नॉर्मल बनाओ, उन्हें पहचान दो, चुनाव के दौरान उन्हें वोट लिस्ट में शामिल करो।