खरगे का BJP पर हमला, कहा - जब मुस्लिम लीग के साथ बंगाल में सरकार चला रहे थे, तब आपकी देशभक्ति कहां थी?
शीतकालीन सत्र में मंगलवार को फिर ‘वंदे मातरम्’ की रचना के 150 साल पूरा होने पर राज्यसभा में चर्चा शुरू हुई। कांग्रेस की तरफ से मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी बात रखी। उन्होंने अपनी चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा प्रहार किया। खरगे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर हमला करने से पहले भाजपा को इतिहास पढ़ लेना चाहिए।
खरगे ने चर्चा के दौरान कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भाजपा नेताओं पर जवाहरलाल नेहरू का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम्’ के पहले दो महत्वपूर्ण छंदों को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाने का निर्णय केवल नेहरू का नहीं था, बल्कि यह निर्णय महात्मा गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर और अन्य नेताओं की सहमति से लिया गया था। आज भाजपा के लोग ऐसी बातें कर रहे हैं।
लेकिन जब भाजपा के पुरखे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मुस्लिम लीग के साथ पश्चिम बंगाल में सरकार चला रहे थे, तब आपकी देशभक्ति कहां थी? भाजपा को अपना इतिहास पढ़ना चाहिए।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण में आगे कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी ने सुभाष चंद्र बोस जी को लेकर नेहरू जी की चिट्ठी का जिक्र किया। हमेशा की तरह उन्होंने फिर सदन को गुमराह करने का काम किया। मोदी जी के आरोप हमेशा से तथ्य से परे रहे हैं और भ्रमित करने वाले हैं। बल्कि सच्चाई यह है कि 16 अक्टूबर 1937 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी को पत्र लिखा और उनसे पूछा कि कांग्रेस को 'वंदे मातरम्' के प्रति क्या रुख अपनाना है? इसके अगले दिन नेताजी ने नेहरू जी को पत्र लिखा और सुझाव दिया कि नेहरू जी को इस विषय पर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहिए।"
दलितों से नफरत क्यों: खरगे
राज्यसभा में चर्चा के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि दलितों से नफरत क्यों, वो भी भारत माता के पुत्र हैं। उनकी समस्या यहां रखना गलत है क्या? इस पर नड्डा ने कहा कि दलित आदरणीय हैं, हम उनका ध्यान में रखते हैं । हमारी सरकार में जितना दलितों का भला हुआ है कभी नहीं हुआ।