PM मोदी ने पुतिन को भेंट की गीता.... कभी रूस में उठी थी बैन करने की मांग
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को दो दिवसीय दौरे के लिए भारत पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर खुद पालम एयरपोर्ट पर अपने खास दोस्त को रिसीव करने पहुंचे। उन्होंने पुतिन को गले लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेता एक ही कार से पीएम आवास पहुंचे, जहां रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में प्राइवेट डिनर दिया गया।
इस दौरान PM मोदी ने पुतिन को रूसी भाषा में लिखी अनुदित भगवत 'गीता' भेट की। पीएम मोदी ने X पोस्ट पर इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा, 'राष्ट्रपति पुतिन को रूसी भाषा में गीता की एक कॉपी भेंट की। गीता की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरणा देती हैं।'
रूस में उठी थी गीत को बैन करने की मांग
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, साइबेरिया के शहर टॉम्स्क के अभियोजकों ने साल 2011 में गीता के एक संस्करण को 'उग्रवादी' घोषित करने की मांग की थी। ऐसा होने पर 'गीता' को हिटलर की Mein Kampf जैसी श्रेणी में डाल दिया जाता। रूसी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि जांच का केंद्र धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि उसकी व्याख्या थी। 'Bhagvad Gita As It Is' नाम वाले गीता के इस संस्करण का 'हरे कृष्णा मूवमेंट' वितरण करता था। 'हरे कृष्णा मूवमेंट' की ओर से वकील अलेक्जेंडर शखोव ने पक्ष रखा था।