प्रयागराज: गंगा-यमुना ने लिया भयानक रूप, लोग अपने घर छोड़ने को हुए मजबूर
गंगा और यमुना ने एक सप्ताह के भीतर भयानक रूप ले लिया है। दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर आ गई है। ऐसे में प्रयागराज में बाढ़ जैसे हालत बन गए है। खबरों के मुताबिक, 25 से ज्यादा गाँवो में बाढ़ जैसे हालत बन गए और लोग सुरक्षित स्थान की तरफ पलायन करने लगे है।
रविवार को दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान 84.734 मीटर को पार कर गया। अगर यही स्थिति रही तो अगले कुछ दिनों में ही साल 1978 का रिकार्ड टूट जाएगा। उस पर जलस्तर 88 मीटर तक पहुंच गया था और बाढ़ आ गई थी। अब गंगा और यमुना का पानी गाँवो तक सीमित नहीं है, बल्कि कई रिहायशी कॉलोनियों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। शहर की सड़के जलमग्न हो चुकी है। '
बाढ़ राहत कार्य तेज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ वाले क्षेत्रों पर नजर बनाये हुए है। उन्होंने आदेश पर प्रशासन ग्राउंड जीरो पर सक्रिय हो गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बीते तीन दिनों से बाढ़ प्रभावित इलाकों में सक्रिय हैं। जहां वह लोगों सुरक्षित स्थानो पहुंचाने और खाने-रहने की पूरी व्यवस्था कर रहे है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में राहत शिवर भी लगाए। जहां लोगों की हर तरह से मदद की जा रही है।
हर जरूरतमंद तक पहुंचे सहायता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन से कहा कि हमें हर जरूरतमंद तक समयबद्ध सहायता पहुंचानी है। उन्होंने अपने मंत्रियों को देश दिया है कि अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में राहत शिविरों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया जाये और पीड़ितों के लिए रहने खाने और मेडिकल राहत सामग्री वितरित करे।