कांग्रेस जहां मजबूत वहां वोट डिलीट, राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने दिया जवाब
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करने का एक और सबूत देश के सामने रखा। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कहा कि हम अपने संविधान की रक्षा कर रहे है। मैं सबूतों के साथ अपनी बात रख रहा हूं, ये कोई हाइड्रोजन बम नहीं लेकिन अभी उसका आना बाकी है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए। हमने पाया है कि महज 14 मिनट में 12 वोट डिलीट किए गए। मतलब साफ़ है चुनाव आयोग वोट चोरों को बचा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए। उन्होंने दावा किया कि 2024 लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर वोट चोरी हुई।
सॉफ्टवेयर की मदद से वोट चोरी हुई
राहुल गांधी ने अपने दावे में आगे कहा कि आयोग ने सॉफ्टवेयर की मदद से वोटर्स के नाम हटाए है। इसके मेरे पास उसके पुख्ता सबूत हैं। कांग्रेस के जहां मजबूत थी वहां बूथों को टारगेट किया गया। अभी इसकी सीआईडी जांच चल रही है। सीआईडी ने चुनाव आयोग को 18 पत्र लिखे जा चुके हैं जिसमे डेस्टिनेशन IP, ओटीपी ट्रेल जैसी डिटेल मांगी गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जिन लोगों के नाम हटाए गए उनके आवेदन के लिए कर्नाटक के बाहर का मोबाइल नंबर इस्तेमाल किया गया।
ऑनलाइन नहीं हो सकते वोट डिलीट: EC
चुनाव आयोग ने राहुल गाँधी के आरोपों को गलत और बेबुनियाद बताते हुए कहा कि किसी भी वोट को ऑनलाइन डिलीट नहीं किया जा सकता। आम जनता ऐसा नहीं कर सकती, जैसा कि राहुल गांधी ने समझा है।'
EC ने ये भी कहा कि वोट डिलीट करने से पहले प्रभावित व्यक्ति को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया जाता है। साल 2023 में अलंद विधानसभा क्षेत्र में वोट डिलीट करने की कुछ नाकाम कोशिशें हुई थीं। इस मामले में चुनाव आयोग ने खुद FIR दर्ज कराई थी। चुनाव आयोग के रिकॉर्ड के अनुसार साल 2018 में अलंद सीट बीजेपी के सुभाष गुट्टेदार ने जीती थी और 2023 में कांग्रेस के बीआर पाटिल ने जीत हासिल की थी।