महिला डॉक्टर आत्महत्या मामला: आरोपी PSI ने किया सरेंडर, राहुल ने BJP पर बोला हमला
महाराष्ट्र में सतारा के फलटण में एक महिला डॉक्टर की आत्महत्या मामले में फरार अभियुक्त पुलिस सब-इंस्पेक्टर (PSI) गोपाल बदने ने सरेंडर कर दिया है। यह गिरफ्तारी उसी दिन हुई जब पहले से आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बंकर को पुणे से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों पर दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है। परिजन आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं।
डॉक्टर ने अपनी हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने पर कई बार दुष्कर्म करने और सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बंकार पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वहीं महिला डॉक्टर के भाई ने दावा किया है कि झूठी पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करने के लिए राजनीतिक और पुलिस, दोनों पक्षों से भारी दबाव था।
आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी : मुख्यमंत्री
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे एक बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा कि "सरकार ने तुरंत संबंधित पुलिस अधिकारी को सस्पेंड किया है। जो भी इस मामले में शामिल पाए जाएंगे, उन्हें कठोर से कठोर सज़ा दी जाएगी।"
राहुल ने BJP पर किया वार
वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। लोकसभा नेता राहुल गाँधी ने एक्स (X) पर लिखा, 'महाराष्ट्र के सतारा में बलात्कार और उत्पीड़न से तंग आकर डॉ. संपदा मुंडे की आत्महत्या किसी भी सभ्य समाज की अंतरात्मा को झकझोर देने वाली त्रासदी है। एक होनहार डॉक्टर बेटी, जो दूसरों का दर्द मिटाने की आकांक्षा रखती थी, भ्रष्ट सत्ता और तंत्र में बैठे अपराधियों की प्रताड़ना का शिकार बन गई। जिसे अपराधियों से जनता की रक्षा की ज़िम्मेदारी दी गई थी, उसी ने इस मासूम के खिलाफ़ सबसे घिनौना अपराध किया - उसके साथ बलात्कार और शोषण किया।"
उन्होंने आगे लिखा, "रिपोर्ट्स के अनुसार, BJP से जुड़े कुछ प्रभावशाली लोगों ने उस पर भ्रष्टाचार का दबाव डालने की कोशिश भी की। सत्ता संरक्षित आपराधिक विचारधारा का ये सबसे घिनौना उदाहरण है। यह आत्महत्या नहीं - संस्थागत हत्या है। जब सत्ता अपराधियों की ढाल बन जाए, तो न्याय की उम्मीद किससे की जाए? डॉ. संपदा की मौत इस BJP सरकार के अमानवीय और संवेदनहीन चेहरे को उजागर करती है। हम न्याय की इस लड़ाई में पीड़ित परिवार के साथ मज़बूती से खड़े हैं। भारत की हर बेटी के लिए - अब डर नहीं, न्याय चाहिए।"