विजय इस हादसे के जिम्मेदार, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए: DMK
तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से नेता बने विजय की रैली में शनिवार शाम को मची भगदड़ में 39 लोगों की मौत से पूरे देश को गहरा दुःख पहुंचाया है। देशभर के राजनितिक दलों ने एकजुट होकर इस हादसे की कड़ी निंदा की है। वहीं डीएमके प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने विजय को इस हादसे का जिम्मेदार ठहराया है।
लोगों 6 घंटे इंतजार कराया
अन्नादुरई ने कहा, "जो त्रासदी सामने आई है, वह अविश्वसनीय है। आप विश्वास नहीं कर सकते कि 10 बच्चों की मौत हो गई है और जिस तरह से बच्चों के माता-पिता उनकी मौत पर शोक व्यक्त कर रहे हैं, ये दृश्य बेहद परेशान करने वाले हैं।" उन्होंने विजय और उनकी पार्टी को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है। अन्नादुरई ने कहा, यह इस कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा सोची-समझी चाल है। लोगों को लगभग छह घंटे तक इंतजार कराया गया। वे सभी वहां मौजूद थे। उन्होंने (विजय और उनकी टीम ने) ऐसा क्यों किया।
उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि भीड़ जुटाई जा सके। यह आयोजकों की घटिया चाल है और इसमें आपराधिक लापरवाही है। डीएमके नेता ने आगे कहा, जो भी जिम्मेदार है, उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए और विजय दोषी हैं। वे अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं।
वहीं एक्टर विजय ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर लिखा, मेरा दिल टूट गया है, मैं असहनीय, अवर्णनीय दर्द और दुख से तड़प रहा हूं जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
कैसे मची भगदड़ ?
रिपोर्ट में सामने आया कि रैली में 10 हजार लोगो के आने की संभावना थी लेकिन लगभग 1,00,000 ज्यादा लोग विजय की एक झलक देखने पहुंच गए। भगदड़ उस समय शुरू हुई जब रैली में एक 9 साल की बच्ची लापता हो गई। लोग उसकी तलाश में एक ही दिशा में तेजी से बढ़ने लगे। भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी मौजूद होने के बावजूद, अचानक लोगों के एक तरफ बढ़ने से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई।
इधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हादसे पर तुरंत हाईलेवल मीटिंग बुलाई और देर रात को ही करूर पहुचें। स्टालिन ने हॉस्पिटल जाकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और घायलों से मुलाकात की है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 10‑10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की। वहीं, घायलों को 1 लाख रुपए दिए जाएंगे।