कुछ दिव्यशक्तियाँ सिर्फ़ और सिर्फ़ औरतों को मिली हैं, इसका मुकाबला करना किसी के बस की नहीं!
महिलाओं को पुरुषों के समान काम के अवसर नहीं मिलते हैं। परिवार और समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए महिलाओं को कई बलिदान देने पड़ते हैं। कई नौकरियों के लिए तो महिलाओं को बिलकुल अयोग्य माना जाता है, हर मामले में ये कहना की औरतें आदमियों से कम हैं या उनकी बराबरी नहीं कर सकतीं एक बहुत बड़ी मिथ्या है! बल्कि आज तो ये सिद्ध हो जाएगा कि ऐसा नहीं है,
1. एक और इंसान की रचना
औरतों को जो वो अपने अंदर एक नए हँसते-खेलते इंसान की रचना कर पाती हैं! वरना आदमियों का योगदान तो इस सारी क्रिया में नाम-मात्र का ही है!
2. दर्द
माना मर्द शक्तिशाली होते हैं पर ज़रा औरतों से दर्द सहने में मुक़ाबला करके बताएँ! लेबर पेन क्या होती है, ये आदमी समझ भी नहीं पाएँगे और औरतें इस से जीवन में ना जाने कितनी बार गुज़रती हैं!
3. मल्टी-टास्किंग
ये तो आदमियों को मानना पड़ेगा कि वो एक बार में एक ही काम कर पाते हैं लेकिन औरतें एक साथ घर भी संभालती हैं, खाना भी बनाती हैं, बच्चों को भी देखती हैं और कोई फ़ोन आ गया तो साथ में गप्पें भी मार रही होती हैं!
4. मानसिक शक्ति
औरतों की मानसिक शक्ति का कोई मुक़ाबला नहीं है! आपके बिना बोले आपके मन का हल जान लेंगी, दूर बैठे समझ जाएँगी कि उनकी औलाद या पति किसी मुसीबत में है और ये सब उन्हें जन्म से मिला होता है! कोई जादू-टोना नहीं है!