Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे कैसे होते हैं? जानें कितना शुभ और अशुभ?
सनातन धर्म में भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक के पखवाड़े को पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, यह समय अपने पूर्वजों को याद करने और उनका तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने का विशेष समय माना जाता है। मान्यता है कि इस अवधि में पितृलोक के द्वार खुल जाते हैं और पूर्वजों की आत्माएँ पृथ्वी पर आकर अपने वंशजों से तर्पण की प्रतीक्षा करती हैं और संतुष्ट होने पर आशीर्वाद देकर चली जाती हैं। इसलिए, श्राद्ध केवल एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि कृतज्ञता का पर्व भी है।
श्राद्ध पक्ष में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है. शास्त्रों में पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों के बारे में कुछ खास बातें बताई गई हैं. आइए जानते हैं पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों का भाग्य और भविष्य कैसा होता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ पक्ष में बच्चे का जन्म बहुत शुभ होता है. ये बच्चे बहुत रचनात्मक होते हैं और अपनी कला के जरिए खूब मान-सम्मान कमाते हैं. श्राद्ध पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों पर पितरों का विशेष आशीर्वाद होता है और ये अपने जीवन में खूब तरक्की करते हैं. ये बच्चे अपने परिवार में खूब सुख-समृद्धि लेकर आते हैं. माना जाता है कि इन बच्चों के भाग्य से परिवार के अच्छे दिन आते हैं. इन बच्चों में बहुत कम उम्र में ही जिम्मेदारी का भाव आ जाता है.