पूर्व मैच रेफरी का बड़ा खुलासा, मुझे फोन आया कि "भारत को स्लो-ओवर रेट का जुर्माना न लगाया जाए"
पूर्व मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर एक हैरान कर देने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि जब उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम पर कड़े ऐक्शन लेने से रोका जाता था। उन्होंने दावा किया है कि अपने 21 साल के करियर के दौरान उन्हें भारत के खिलाफ ओवर रेट मामलों में नरमी बरतने के निर्देश दिए गए थे।
68 साल के क्रिस ब्रॉड (Chris Broad) ने हाल ही में द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा कि आईसीसी के अंदर अब राजनीतिक दखल काफी बढ़ गया है। एक बार भारत के ओवर रेट में कमी को लेकर उन्हें सीधे आईसीसी से फोन आया। हांलाकि उन्होंने यह नहीं बताया कि फोन किसने ऐसा करने के लिए कहा था।
उन्होंने आगे कहा कि भारत मैच के अंत में तीन-चार ओवर पीछे था, जिससे उन पर फाइन लगना था। तभी मुझे फोन आया और कहा गया कि थोड़ा नरम रहो, कुछ समय निकाल लो क्योंकि ये इंडिया है। फिर हमें समय निकालना पड़ा ताकि ओवर रेट फाइन से नीचे आ जाए।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि विन्स वेन डर बिजल (आईसीसी के अंपायर्स मैनेजर) चूंकि क्रिकेट बैकग्राउंड से थे, उन्होंने अपने कार्यकाल में हमारा बहुत सपोर्ट किया। लेकिन एक बार जब वह गए तो प्रबंधन काफी कमजोर हो गया। भारत के पास सारा पैसा था और उसने आईसीसी पर कई तरह से कब्जा कर लिया था। मुझे खुशी है कि मैं अब वहां नहीं हूं क्योंकि यह अब इतना अधिक राजनीतिक काम हो गया है जितना पहले कभी नहीं था।‘
उन्होंने आगे बताया कि अगले ही मैच में फिर वही गलती हुई, जब सौरव गांगुली टीम के कप्तान थे। ब्रॉड ने कहा कि अगले मैच में भी वही हुआ। मैंने पूछा-अब क्या करना है? तो कहा गया कि अब करो पेनल्टी। बता दे, ब्रॉड ने 2003 से 2024 तक बतौर मैच रेफरी में अपना अहम योगदान दिया। इस दौरान उन्होंने 622 अंतरराष्ट्रीय मैचों अपनी सेवा दी, जो क्रिकेट इतिहास में तीसरा सबसे ज्यादा आंकड़ा है। उनका आखिरी मैच फरवरी 2024 में कोलंबो में हुआ था।